माँ जब छोड़कर
चली जाती है,
तो कितनी दूर जाती होगी?
मान लो,
बहुत साल पहले
छूट गया हो
माँ का आँचल,
दस, बीस या
इतने साल
कि गिनने में
वक्त लग जाए,
तो भी कितनी दूर
गयी होती है माँ?
अगर माँ की
अलमारी से,
साड़ियों से
उसकी उलझनें
झाँकती हो अब भी;
रसोई की गंध में,
सब्ज़ियों की छौंक में अगर
माँ के हाथों का स्वाद
रह गया हो,
तो कितनी दूर
जा पायी होगी माँ?
घर की खिड़कियों
को ही ले लो,
उनसे आती हवा में,
या कभी
बारिश के छींटों में सवार होकर
उसकी ममता
पहुँच जाती हो अगर,
तो कितना ही सफ़र तय
कर पायी होगी माँ?
कितनी दूर गयी होगी माँ?
कितनी दूर जा पायी होगी माँ?
Ⓒतनया ताशा
चली जाती है,
तो कितनी दूर जाती होगी?
मान लो,
बहुत साल पहले
छूट गया हो
माँ का आँचल,
दस, बीस या
इतने साल
कि गिनने में
वक्त लग जाए,
तो भी कितनी दूर
गयी होती है माँ?
अगर माँ की
अलमारी से,
साड़ियों से
उसकी उलझनें
झाँकती हो अब भी;
रसोई की गंध में,
सब्ज़ियों की छौंक में अगर
माँ के हाथों का स्वाद
रह गया हो,
तो कितनी दूर
जा पायी होगी माँ?
घर की खिड़कियों
को ही ले लो,
उनसे आती हवा में,
या कभी
बारिश के छींटों में सवार होकर
उसकी ममता
पहुँच जाती हो अगर,
तो कितना ही सफ़र तय
कर पायी होगी माँ?
कितनी दूर गयी होगी माँ?
कितनी दूर जा पायी होगी माँ?
Ⓒतनया ताशा